Bihar Teacher Problems : बिहार शिक्षा व्यवस्था में शिक्षक हैं बेहाल क्या क्या है उनकी समस्याएं आइये जानते हैं 1

Bihar Teacher Problems : प्राचीन काल से बिहार को शिक्षा क्षेत्र की धरती माना जाता था जो कभी नालंदा विश्वविद्यालय और विक्रमशिला विश्वविद्यालय जैसे शिक्षा केदो के लिए प्रसिद्ध था वह आज शिक्षा के क्षेत्र में गंभीर समस्याओं से जूझता चला आ रहा है इन समस्याओं में सबसे प्रमुख समस्या शिक्षकों की दुर्दशा और उनकी बदहाली है विभाग द्वारा तो यह कह दिया जाता है कि हम शिक्षकों को बेहतर सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं लेकिन यह धरातल पर नहीं दिखाई देती हैं

इन समस्याओं में सबसे प्रमुख समस्या है शिक्षकों की भूमिका को विद्यालय स्तर पर सकारात्मक रूप में लागू करना शिक्षक किसी भी समाज की रीढ़ की हड्डी के जैसे कार्य करते हैं परंतु बिहार में आज इन शिक्षकों को विभाग द्वारा ना तो किसी भी प्रकार की कोई सुविधा उपलब्ध कराई गई है बल्कि यह सभी शिक्षक स्वयं को असुरक्षित महसूस करते हैं और अपने आप को उपेक्षित महसूस करते हुए उनके पास विभिन्न प्रकार के मुद्दे जो अभी तक विभाग द्वारा पूरे नहीं किए गए जिसमें वेतन का मुद्दा नियुक्ति प्रक्रिया की जटिलता एवं सम्मान की कमी शिक्षकों की बहु आयामी समस्याओं को दूर करने के लिए बिहार शिक्षा विभाग तनिक भी अग्रसर नहीं दिखता है।

Bihar Teacher Problems
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Bihar Teacher Problems : बिहार शिक्षा विभाग में शिक्षकों की नियुक्ति में अनियमितताएं और देरी।

Bihar Teacher Problems : हम अगर बात करें बिहार में शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया की तो वर्षों से यह विभिन्न प्रकार के विवादों में रही है कई बार शिक्षक पात्रता परीक्षा टेट या स्टेट पास करने के बावजूद भी अभ्यर्थियों को वर्षों इंतजार करना पड़ता है कई बार तो इन बहालियों को न्यायालय के माध्यम से ही कराया जाता है या नहीं जब तक कैंडिडेट CASE नहीं करें तब तक उसकी बहाली शायद संभव नहीं हो पाएगी यह न केवल शिक्षकों का मनोबल गिरता है बल्कि राज्य के विभिन्न शैक्षणिक स्तरों में भी नकारात्मक असर डालता है।

उदाहरण के तौर पर यदि हम देखें तो स्टेट 2019 की परीक्षा में सफल सभी अभ्यर्थियों को 2021 में नियुक्ति पत्र दिया गया था और कुछ को तो अभी इंतजार ही करना पड़ रहा है इस बीच कई योग्य अभ्यर्थियों की उम्र भी निकल गई जिसकी वजह से उनका शिक्षक बनने का सपना पूरी तरह से चकनाचूर हो गया।

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Bihar Teacher Problems : शिक्षकों के समान कार्य के लिए आसमान वेतन।

Bihar Teacher Problems : बिहार में शिक्षकों को कई अलग-अलग श्रेणियां में बांट दिया गया है जिसमें नियोजित शिक्षक, नियमित शिक्षक, BPSC शिक्षक, विशिष्ट शिक्षक सभी का कार्य समान होने के बावजूद भी इन्हें अलग-अलग नजरों से देखा जा रहा है एवं शिक्षा विभाग द्वारा उनके वेतन पर भी अलग-अलग निर्धारण किया गया है। यह सभी शिक्षक एक ही कार्य करते हैं परंतु दोनों की वेतन की संरचना में जमीन और आसमान का अंतर दिख रहा है।

नियोजित शिक्षक- यह वैसे शिक्षा का है जो पंचायत स्तर पर नियुक्त किए गए हैं कम वेतन और बिना किसी भत्ते के इन्हें नियुक्त किया गया था जो अब विशिष्ट शिक्षा के रूप में जाने जाते हैं।

नियमित शिक्षक- यह शिक्षक BPSC से चयनित और उच्च वेतन वृद्धि HRA, DA इत्यादि की सुविधा का लाभ उठा रहे हैं।
इस प्रकार की असमानता शिक्षकों के मन में असंतोष और नाराजगी पैदा करने वाली मुद्दों को जन्म देता है।

Bihar Teacher Problems : शिक्षकों के वेतन में देरी और भुगतान से संबंधित समस्याएं।

Bihar Teacher Problems : बिहार के विभिन्न विद्यालयों में तैनात शिक्षकों को कभी भी समय से वेतन भुगतान नहीं होता है कई बार तो महीना तक का वेतन रुका रहता है जिसकी वजह से शिक्षकों को अपना परिवार चलाने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है इन्हीं शिक्षकों को ब्लॉक कार्यायलयों के चक्कर लगाने पड़ते हैं और अपने आत्म सम्मान को बचाने के लिए यह शिक्षक कभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कभी अकाउंटेंट इत्यादि के आगे पीछे घूमते फिरते हैं।

उदाहरण के तौर पर 2023 में लगभग कई जिलों में नियोजित शिक्षकों को चार से पांच महीने का वेतन भुगतान नहीं किया गया इससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत ही दयनीय बन गई साथ ही साथ शिक्षकों द्वारा लिए गए बैंक लोन, बच्चों की फीस, चिकित्सा आदि जैसे जरूरी खर्च उनके पूरे नहीं हो पा रहे थे।

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Bihar Teacher Problems : पठन-पाठन के अतिरिक्त गैर शैक्षणिक कार्य।

Bihar Teacher Problems : बिहार शिक्षा विभाग द्वारा इन शिक्षकों को शिक्षण कार्य के साथ-साथ कई अन्य गैर शैक्षणिक कार्यों में भी लगाया जाता है चुनाव ड्यूटी जनगणना राशन कार्ड सत्यापन मध्यान भोजन योजना की निगरानी करना पोशाक वितरण करना विद्यालय भवन निर्माण की निगरानी करना बच्चों के नामांकन हेतु घर-घर घूमना इत्यादिकारी शामिल हैं इन कार्यों का शिक्षण व्यवस्था से कोई लेना-देना ना होने के बावजूद भी शिक्षकों को अपने मूल कार्य को छोड़कर इन कार्यों को करना पड़ता है जो उनके मानसिक तनाव की स्थिति को बयां करता है।

Bihar Teacher Problems : विद्यालयों में शिक्षकों हेतु बुनियादी सुविधाओं का अभाव।

Bihar Teacher Problems : वैसे तो बिहार शिक्षा विभाग द्वारा यह कहा गया है कि सभी बुनियादी सुख सुविधा विद्यालयों में उपलब्ध करा दी गई हैं लेकिन यदि धरातल पर देखें तो स्थितियां कुछ और ही हैं शिक्षकों की समस्याएं केवल वेतन या नियुक्ति तक सीमित नहीं है उन्हें ऐसे स्कूलों में पढ़ना पड़ता है जहां पर पर्याप्त कक्षा नहीं है शौचायलयों की स्थिति बहुत ही खराब है पेयजल की व्यवस्था नहीं है, ब्लैक बोर्ड, डेस्क, किताबें इत्यादि उपलब्ध नहीं कराई जाती बिजली की व्यवस्था नहीं है साथ ही साथ आवागमन हेतु किसी भी प्रकार की कोई सड़क ही नहीं है इस प्रकार की मूलभूत सुविधाओं से शिक्षकों को वंचित रखा जा रहा है।

Bihar Teacher Problems : महिला शिक्षकों की विशेष समस्याएं।

Bihar Teacher Problems : बिहार में लगभग 50% से ज्यादा महिला शिक्षिकाएं कार्य कर रही हैं इन महिला शिक्षकों को कई अन्य चुनौतियों का भी सामना करना पड़ता है जिसमें दूर दराज पोस्टिंग में आने जाने में समस्या मातृत्व अवकाश मिलने में देरी या दिक्कत विद्यालयों में शौचालय और अन्य सुरक्षाओं की कमी पुरुष प्रधान पंचायत में सम्मानजनक व्यवहार का ना होना इन सभी कर्ण की वजह से कई योग्य महिलाएं भी इस पेज में आने से कतराने लगी है।

Bihar Teacher Problems : क्या है इसके समाधान और सुझाव।

Bihar Teacher Problems : बिहार में शिक्षकों के समस्याओं के समाधान के लिए निम्नलिखित बिंदु हैं।

1- सभी शिक्षकों हेतु समान कार्य के लिए समान सुविधाएं और समान वेतन की व्यवस्था की जाए।
2- शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया को पारदर्शी रखा जाए एवं तेज और विवाद मुक्त बनाया जाय।

3- विभिन्न प्रकार के गैर शैक्षणिक कार्यों में शिक्षकों की भागीदारी को सीमित कर दिया जाए।

4- शिक्षकों को मिलने वाले प्रशिक्षण को व्यावहारिक और तकनीकी रूप से व्यवस्थित किया जाए जिससे बदलती शिक्षा प्रणाली को आधुनिक प्रणाली से समंजन बैठाया जा सके।

5- विद्यालयों में कार्यरत महिला शिक्षकों को विशेष सुरक्षा व्यवस्थाएं उपलब्ध कराई जाए।
6- सभी शिक्षकों को उचित सम्मान मिले एवं उनके कार्यों का मूल्यांकन पूरी तरह से निष्पक्ष और सम्मानजनक ढंग से होना चाहिए।

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Bihar Teacher Problems : निष्कर्ष क्या है

Bihar Teacher Problems : बिहार के कार्यरत शिक्षकों को शिक्षा व्यवस्था का स्तंभ माना जाता है बल्कि इन्हें सामाजिक परिवर्तन के वॉक के रूप में भी देखा जाता है यदि उनकी समस्याओं को समाधान नहीं किया जाता है तो राज्य की शिक्षण व्यवस्था पूरी तरह से कर मर जाएगी और भविष्य की पीढ़ी अंधकार में होगी सरकार को इन सभी मुद्दों पर विचार करना चाहिए और वह शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए उन्हें सम्मानजनक सुविधा और सुरक्षा प्रदान करें ताकि वह वास्तव में एक सशक्त शिक्षक के रूप में बिहार की नींव रखने में अपनी भूमिका निभा सके।

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