Duplicate Marksheet Scam In India : जहां योग्य छात्र एवं छात्राएं दिन-रात मेहनत करके विभिन्न प्रकार के कोर्स में एडमिशन लेकर दो-तीन साल अपना समय देकर विभिन्न प्रकार के कोर्स करते हैं वहीं पर डुप्लीकेट मार्कशीट की कालाबाजारी धड़ले से चल रही है मात्र 60000 में डुप्लीकेट मार्कशीट बनाकर दिया जा रहा है। एक ऐसी ही खबर सामने आई है जहां गुजरात के सूरत में डुप्लीकेट मार्कशीट की धड़ल्ले से कालाबाजारी हो रही है और उसका खुलासा हुआ है जिसके तार फरीदाबाद से जुड़े हुए हैं कुछ समय पहले केरल के तिरुवंतपुरम में सूरत के एक व्यक्ति जिसका नाम अक्षर भारत भाई है को गिरफ्तार किया गया था अक्षर पर आरोप था कि उसने इटली जाने के लिए जो डॉक्यूमेंट तैयार करवाए थे उसमें जो मार्कशीट लगाई गई थी वह पूरी तरह से डुप्लीकेट है। इस मामले में जमानत पर छूटने के बाद जब अक्षर गुजरात के सूरत पहुंच तो उसकी माता ने स्थानीय पुलिस थाने में एक आवेदन देकर पुलिस को जानकारी दी थी कि उसके बेटे के पास से बरामद हुई मार्कशीट उसके द्वारा नहीं बनाई गई है बल्कि यह मार्कशीट उसे निलेश सांवलिया नामक शख्स ने बना कर दी थी।

Duplicate Marksheet Scam In India : अक्षर की मां ने खोले डुप्लीकेट मार्कशीट से जुड़े हुए राज।
Duplicate Marksheet Scam In India : सिंगड़पोर पुलिस द्वारा अक्षर के मां के आवेदन की जांच पड़ताल शुरू की गई तो पता चला कि निलेश सांवलिया नामक सक्स इस डुप्लीकेट मार्कशीट गोरखधंधे में शामिल है पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया पुलिस को जांच के दौरान यह भी पता चला कि वह फरीदाबाद के एक मनोज कुमार नामक शख्स के पास से देश की अलग-अलग यूनिवर्सिटी और शिक्षण बोर्ड के नाम की डुप्लीकेट मार्कशीट कोरियर से मंगवाकर जरूरतमंद लोगों को पैसे लेकर देता था।

Duplicate Marksheet Scam In India : लगभग 137 डुप्लीकेट मार्कशीट को पुलिस द्वारा जप्त किया गया।
Duplicate Marksheet Scam In India : पुलिस द्वारा छानबीन से पता चला कि निलेश सांवलिया ने कई लोगों को डुप्लीकेट मार्कशीट दी थी जब सांवलिया के ठिकाने पर छापा मारा गया तो वहां पुलिस ने गुजरात समेत देश के विभिन्न राज्यों की अलग-अलग यूनिवर्सिटी और शिक्षण बोर्ड के नाम की कुल 137 डुप्लीकेट मार्कशीट जप्त की पुलिस ने इस मामले में निलेश सांवलिया को विधिवत रूप से गिरफ्तार कार्यवाही प्रारंभ की।
Duplicate Marksheet Scam In India : डुप्लीकेट मार्कशीट बनवाकर बहुत ऊंचे दामों में बेचता था निलेश सांवलिया।
Duplicate Marksheet Scam In India : गुजरात पुलिस की गिरफ्त में निलेश सांवलिया ने कई राज खोले वह पिछले कई सालों से देश की अलग-अलग शिक्षण बोर्ड और यूनिवर्सिटी के नाम की डुप्लीकेट मार्कशीट बनवाकर लोगों को बेचता था निलेश सांवलिया से संबंधित जब एक आवेदन स्थानीय पुलिस को मिला तब पुलिस ने उसे आवेदन में लगाए गए आरोपों की जांच पड़ताल शुरू की जांच के दौरान पाया गया कि निलेश सांवलिया वाकई में डुप्लीकेट मार्कशीट बनवाकर बेचने का कारोबार काफी अरसे से कर रहा है।
Duplicate Marksheet Scam In India : पूरे देश में फैला है फर्जी मार्कशीट का काला बाजार जिसमें गुजरात और हरियाणा तक फैला हुआ है यह बाजार।
Duplicate Marksheet Scam In India : गुजरात के सूरत का रहने वाला निलेश सांवलिया फरीदाबाद के निवासी मनोज कुमार नामक व्यक्ति से जुड़ा हुआ था और उसी के पास से यह डुप्लीकेट मार्कशीट तैयार करवाता था कोरियर द्वारा मंगवाकर लोगों को देता था और इसके लिए वह अच्छी खासी रकम लेता था।
Duplicate Marksheet Scam In India : एक डुप्लीकेट मार्कशीट बनवाने में लेता था Rs 60000 ।
Duplicate Marksheet Scam In India : केरल के तिरुवंतपुरम में पकड़े गए अक्षर नामक शख्स को नीलेश ने केरल एजुकेशन बोर्ड की इंटर की मार्कशीट Rs 60000 लेकर बनवाई थी केरल एजुकेशन बोर्ड द्वारा जब उसे मार्कशीट की जांच की गई तो वह डुप्लीकेट घोषित की गई और अक्षर पर केस दर्ज हो गया।

Duplicate Marksheet Scam In India : सन 2013 से चल रहा था डुप्लीकेट मार्कशीट का काला कारोबार।
Duplicate Marksheet Scam In India : पुलिस द्वारा आज अब इस मामले की जानकारी हुई तो सूरत पुलिस के डीएसपी पिनोकिन परमार ने इसकी छानबीन करवाई और बताया कि सूरत का निलेश सांवलिया और फरीदाबाद का मनोज कुमार दोनों 2011 से एक दूसरे के संपर्क में थे निलेश सांवलिया मनोज कुमार को अलग-अलग बोर्ड और यूनिवर्सिटी के मार्कशीट का ऑर्डर देता था और कोरियर से सूरत भेजा जाता था उसके बाद निलेश जरूरतमंद लोगों को वह डुप्लीकेट मार्कशीट दे दिया करता था लगभग 13 सालों से सूरत के इलाके में डुप्लीकेट मार्कशीट का काला कारोबार चल रहा था। इसकी भनक पुलिस या अन्य किसी व्यक्ति को नहीं थी। ऐसा माना जा रहा है कि फरीदाबाद का रहने वाला मनोज कुमार देश में सिर्फ निलेश सांवलिया जैसे व्यक्ति को ही नहीं मार्कशीट देता था बल्कि कई अन्य ऐसे लोग हैं जो वर्षों से देश के अलग-अलग राज्यों से डुप्लीकेट मार्कशीट बनवाने का कार्य कर रहे हैं फरीदाबाद का मनोज कुमार का नेटवर्क अंतर राज्य स्तर का है जिसकी कोई देश लेवल पर बड़ी जांच एजेंसी जांच करें तो शायद बहुत बड़ा खुलासा हो सकता है। Duplicate Marksheet Scam In India