Yellow Tagging In Animals: जैसा कि आप सभी जानते हैं । कि जानवर खेतों में भी काम करती है ।जिसके कारण किसान को अत्यधिक मदद मिलती है । खेती के अलावा भी जानवर किसानों के बहुत काम में आती है । इन्हीं सब करणो के वजह से अब पशुपालन भी ग्रामीण अर्थव्यवस्था मे बहुत बड़ा हिस्सा बन चुका है ।
जैसे कि दूध की जरूरत हर किसी को होती है । चाहे पर्व हो या ना हो रोजमर्रा की जरूरत में से एक यह भी शामिल है । इसीलिए अब बहुत से किसान पशुपालन करके उनका दूध बेचते हैं ।इस काम को करने से किसानों का आर्थिक मदद भी हो जाती है । और दूध की जो मांग बढ़ती जा रही है ।जगह-जगह पर उसकी भी पूर्ति हो जाती है ।
Post Name | Yellow Tagging In Animals |
Publish Date | 07 April 2024 |
Yellow Tagging In Animals: दूध देने वाले पशुओं को बीमारी मुक्त करने के लिए केंद्र सरकार ने एक योजना चलाया है ।
Yellow Tagging In Animals: एक योजना चलाया है। केंद्र सरकार ने जो पशु दूध देते हैं । उन पशुओं के लिए राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण योजना । दिया जा रहा है कई राज्यों में यूआईडी टैगिंग पर सबसे ज्यादा ध्यान । पता चला है नवीनतम रूक्षांशों के द्वारा की पशुओं के कानों में पीला टैग है तो उन पशुओं का इलाज मुफ्त में होगा इस इस योजना के तहत । सबसे पहले मध्य प्रदेश का नाम है । Pashupalan से जुड़े हुए सुविधाओं में आईए जानते हैं । मध्य प्रदेश में यह टैग लगाने से कितने जानवरों को फायदा हुआ है ।

Yellow Tagging In Animals: क्या है यूआईडी टैगिंग विस्तार से जाने के लिए जुड़े रहिए ।
Yellow Tagging In Animals: केंद्र सरकार ने दूध देने वाले पशुओं को रोग मुक्त करने के लिए । पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम शुरू कर दिया है ।इसी योजना के वजह से पशुओं के कानों में यूआईडी के पीला टैगिंग लगाई जाती है । यह टैग पशुओं का आधार नंबर बताता है ।
यह टैग लगाने से पशु के बारे में बहुत सी जानकारी मिलती है । जैसे की यह टैग लगाने से पशु का पहचान भी बताया जाता है । और पशु को कितना टीका लगा है वह भी बताता है । इस चीज को पता करने के लिए । पशुओं के कानों में जो पीला टैग लगा हुआ रहता है । उसमें उनका आधार नंबर भी लिखा हुआ रहता है । इस आधार नंबर से पता लगाया जाता है कि पशु को कितने टीके लगे हैं । अगर आप अपने जानवरों पर टैग लगाना चाहते हो तो आप यह टैग बाजार से भी खरीद सकते है ।
Yellow Tagging In Animals: जानिए क्या होता है यह डिपार्टमेंट ऑफ़ Veterinary Medicine ।

Yellow Tagging In Animals: Veterinary Medicine का उपयोग बड़े-बड़े पैमानो पर किया जा रहा है । दूध देने वाले जानवरों पर मेडिकल डिपार्टमेंट के द्वारा पीला टैगिंग लगाया जा रहा है ।इस योजना के वजह से पशु आजकल सुरक्षित हैं । केंद्र सरकार की यह योजना बहुत ही लाभदायक है सभी लोगों के लिए जो लोग पशुपालन से जुड़े हुए हैं । उन सभी के लिए लाभदायक है
जिन लोगों ने अभी तक अपने अपने पशुओं को यह टैग नहीं लगवाया है । वह जरूर लगवा ले अपने नजदीकी मेडिकल डिपार्टमेंट में जाकर लगवा सकते हैं । कानों में टैग लगाने से पहले उनके कानों को कीटाणु रहित करना बहुत जरूरी है । लगवाते समय ध्यान रखना चाहिए कि पशु को किसी भी तरह का नुकसान न पहुंचे ।